1st Republic Day, 1950
गणतंत्र दिवस भारत के लिए एक विशेष दिन है, जो हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि सन् 1950 में आज ही के दिन हमारे संविधान को सर्वसम्मति के साथ लागु किया गया था, जिसमे डॉ आंबेडकर जी का बहुत बड़ा योगदान रहा था ।
यह केवल कैलेंडर की एक तारीख नहीं है; यह हमारी देश की यात्रा और मूल्यों का एक महत्वपूर्ण स्मरण है।
इस साल हमारे देश भारत को फ्रेंच राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रॉन ( Emmanuel Macron ) का मुख्य अतिथि के रूप में मेजबानी करने का सौभाग्य मिला है। इस दिन को अर्थपूर्ण समारोहों से भरा होने का आदान-प्रदान होगा, जो हमारे पैत्रवाद को प्रदर्शित करेगा। एक जीवंत परेड और भारतीय विविधता का सुरमा आपको संग्रहित करेगा, जिससे यह हमारे राष्ट्र के एकता, विविधता, और प्रगति का एक विशेष श्रद्धांजलि बनेगा। चलो इस विशेष दिन को गर्व और आनंद के साथ मनाएं!
इस उत्सव की जड़ें भारत के आजादी के संघर्ष में हैं, जब ब्रिटिश शासन से मुक्ति प्राप्त करने का समय आया था। 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता प्राप्त होने के बाद, देश को Government of India Act, 1935 के तहत कार्य करना पड़ा, जिसमें स्थायी संविधान की कमी थी। डॉ. बी.आर. अंबेडकर के नेतृत्व में, एक आलेखन समिति (Drafting Committee) का गठन हुआ और लगभग तीन साल के समर्पित प्रयासों के बाद, भारत का संविधान आधिकारिक रूप से 26 जनवरी 1950 को अधिकृत हुआ। यह परिवर्तन एक महत्वपूर्ण क्षण को सूचित करता है, जिससे भारत को एक सार्वभौमिक, समाजवादी, धार्मिक और लोकतांत्रिक गणराज्य में बदल दिया गया।
गणतंत्र दिवस विश्वभर में भारतीयों के लिए एक अत्यंत गर्व करने वाला क्षण है, जिससे स्वतंत्रता की संघर्ष की खत्मी और स्वायत्त सरकारी राष्ट्र की स्थापना का प्रतीक बनता है। यह हमारे संविधान में निर्धारित लोकतांत्रिक सिद्धांतों की श्रद्धांजलि के रूप में कार्य करता है, जो राष्ट्र को मार्गदर्शन करता है। इसके अलावा, गणतंत्र दिवस नई दिल्ली में आयोजित दी जाने वाली भव्य उत्सवों के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक समृद्धि और विविधता को प्रदर्शित करता है।